मक्का में ईद की नमाज
सऊदी अरब समेत मध्यपूर्व के ज्यादातर मुस्लिम देशों में ईद-उल-फित्र रविवार को मनाया जा रहा है। इस दौरान मक्का और मदीना में इमाम ने अकेले नमाज पढ़ी। हालांकि, कोरोना वायरस के मद्देनजर इन देशों में ईद के दिन कर्फ्यू लागू किया गया है। साथ ही मस्जिदों को भी बंद रखा गया है।
सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर रमजान के आखिरी जुमे के दिन भी मस्जिदों को बंद रखा गया। इस दौरान मक्का और मदीना में भी मस्जिदों में सिर्फ इमाम ने नमाज पढ़ी।
सऊदी अरब के सरकारी टीवी चैनल पर देश के इस्लामी मामलों के मंत्री अब्दुल लतीफ अल-शेख ने मस्जिदों में नमाज नहीं पढ़े जाने के निर्देश दिए। ईद को देखते हुए तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने देश में ईद की छुट्टियों के दौरान 23 से 26 मई तक चार दिन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लागू किया हुआ है।
सऊदी अरब में लागू कर्फ्यू में मक्का और मदीना के पवित्र शहरों में लोगों को केवल भोजन और दवा खरीदने की इजाजत दी गई है। इसके अलावा दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया ने भी ईद के दिन लोगों को घरों से निकलने और एक जगह इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी। राष्ट्रपति जोको विडोडो ने मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद कहा कि सामाजिक दूरी के नियमों में रियायत नहीं बरती जा सकती है।
वहीं, जॉर्डन में ईद से एक दिन पहले ही सरकार ने लोगों की आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया था, लेकिन बाकी दिन लोगों को अपने वाहन से कहीं भी आने-जाने की अनुमति प्रदान की। दूसरी तरफ, कतर ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई नए नियमों की घोषणा की है, जिसमें 30 मई तक अधिकांश व्यावसायिक गतिविधियों को निलंबित रखा गया है।
इससे पहले, मदीना की मस्जिद के इमाम शेख अब्दुल बारी अल-थुबैती ने अपने जुमे के भाषण के दौरान एलान किया था कि कोविड-19 महामारी को देखते हुए सभी मुस्लिम लोग घरों पर ही नमाज अदा करें।
यूएई में दुबई सरकार के मीडिया ऑफिस ने ट्विटर पर मस्जिदों के बंद रहने की सूचना दी और कहा कि इस बार ईद के दौरान लोगों को मिलने जुलने और बच्चों को ईदी या तोहफे देने से बचना चाहिए।