भोपाल. मध्यप्रदेश में युवाओं को निजी सुरक्षा की विश्वस्तरीय ट्रेनिंग देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान स्थापित किए जायेंगे। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को मंत्रालय में गृह एवं पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों एवं निजी सुरक्षा के सर्वोच्च संगठन सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आज देश और दुनिया में निजी सुरक्षा की मांग बढ़ी है। यह आज रोजगार के सेक्टर में सबसे प्रमुख केंद्रों में से एक है। इसमें रोजगार की व्यापक संभावनाएं है। अगर हमारे प्रदेश के युवाओं को निजी सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न विधाओं का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाए तो हम उन्हें एक बेहतर रोजगार उपलब्ध करवा सकेंगे।
कमलनाथ ने कहा कि देश के बेहतर सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान और सुरक्षा एजेंसियों का अध्ययन कर प्रदेश में ऐसा ट्रेंनिग सेंटर स्थापित किया जाए जिसमें हमारे युवाओं को विश्व स्तरीय प्रशिक्षण मिल सकें। उन्होंने इसके लिए शीघ्र ही एक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देश में 22 हजार सुरक्षा एजेंसियां है जिनमें लगभग 80 हजार लोग नौकरी करते है।
बैठक में मुख्य सचिव एसआर मोहंती, प्रमुख सचिव गृह एसएन मिश्रा, प्रमुख सचिव कौशल विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी, एडीजी प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, एडीजी निजी सुरक्षा एजेंसी मनीष शंकर शर्मा और सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के अध्यक्ष विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।