भोपाल। आईफा अवार्ड की औपचारिक घोषणा के साथ ही मप्र की वैश्विक ख्याति के साथ निवेश के नए रास्ते खुल गए। यह इस अवार्ड आयोजन का इतिहास रहा है कि जहां भी आईफा का कार्यक्रम हुआ, वहां टूरिज्म के साथ निवेश बढ़ गया। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को ब्लॉग के जरिए यह बात कही।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि हिंदी सिनेमा की इंद्रधनुषी दुनिया को हिंदुस्तान की कला, संस्कृति, संस्कारों और साहित्य का प्रतिबिंब माना जाता है। फिल्म जगत की हस्तियों ने सोचा कि भारत के गौरवशाली इतिहास और सुनहरे भविष्य को विश्वभर में रेखांकित किया जाए, ताकि भारत की साख बने। यही जिम्मेदारी आईफा को सौंपी गई।
आईफा ने 2000 में लंदन से इसकी बुनियाद रखते हुए शुरुआत की और कई देशों से होते हुए यह इस साल भोपाल और इंदौर में होने जा रहा है। लंदन में हुए इस आयोजन की सफलता ही है कि कई देशों ने इसमें रुचि दिखाई। बाद में यह कार्यक्रम अफ्रीका के सनसिटी, मलेशिया, सिंगापुर, नीदरलैंड, दुबई, थाईलैंड, मकाऊ, श्रीलंका, यूएस, स्पेन आदि देशों में हुआ। सिंगापुर में इसके बाद महसूस किया गया कि आर्थिक गतिविधियां बढ़ गई है। कमलनाथ ने कहा कि आईफा की तारीखों की औपचारिक घोषणा हो चुकी है। असर साफ है कि इंदौर की ज्यादातर होटलें बुक हो गईं। प्रदेश के पर्यटन स्थलों में रौनक बढ़ गई।