भोपाल. कोरोना वाइरस फैलने से चीन से होने वाले सभी वस्तुओं के आयात रुक गए हैं। इसके चलते राजधानी में कई अहम चिकित्सा उपकरणों की शॉर्टेज हो गई है। स्टॉकिस्ट ने इनके दाम 40 से लेकर 500% तक बढ़ा दिए हैं। बुखार नापने का डिजिटल थर्मामीटर दोगुने दाम पर मिल रहा है।
बच्चों का बुखार नापने के काम आने वाला इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर, एक्जामिनेशन ग्लब्स और ग्लूकोमीटर की कीमतों में भी इतनी ही बढ़ोतरी हो चुकी है। ज्यादातर स्टॉकिस्ट के पास यह उपकरण खत्म हो गए हैं। जिनके पास यह उपलब्ध हैं वे उसे 3 से 4 गुना दामों पर बेच रहे हैं।
दवा कारोबारी वीरेंद्र जैन ने कहा कि जो उपकरण चीन के बजाय दूसरे देशों से आते हैं या फिर अपने ही देश में बनाए जा रहे हैं वे केवल इसलिए महंगे हो रहे हैं, क्योंकि महामारी से जूझ रहे चीन में इन सभी उपकरणों की ग्लोबल मांग कई गुना हो गई है। ऐसे में कंपनियां ज्यादा रेट पर सामान चीन भेज रहे हैं।
डिमांड बढ़ी...3 से 4 रुपए में मिलने वाले मास्क की कीमत अब 20 रुपए
कोरोना वायरस के संकट के बाद राजधानी में मेडिकल फेस मास्क की कीमतों में 500% तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां से भी फेस मास्क चीन भेजे जा रहे हैं। वहां इसकी मांग है। मेडिकल उपकरण के सप्लायर अमित सिंह ने बताया कि मुंबई और दिल्ली में बैठे उनके सप्लायर नया स्टॉक तो नहीं भेज रहे, बल्कि स्थानीय बाजारों में जमा स्टॉक भी मांग रहे हैं। इसी के चलते केवल 3 से 4 रुपए में मिलने वाला मास्क अब 20 रुपए में मिल रहा है।