जिला पर्यटन संवर्धन परिषद, मंडला और रजा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में नर्मदा जयंती 2020 का आयोजन स्थानीय सहस्र धारा के पचमठा परिसर में किया जा रहा है। तीन दिवसीय भारतीय शास्त्रीय एवं लोकनृत्य संध्या की शुरुआत 31 जनवरी को होगी। 31 जनवरी को देविका राजारामन द्वारा भरतनाट्यम, 1 फरवरी को अल्पना शुक्ल एवं समूह द्वारा कथक नृत्य द्वारा नर्मदा सूत्र की विशेष प्रस्तुति की जाएगी और 2 फरवरी को शलाका राय व शोभा बिष्ट द्वारा ओडीसी नृत्य की प्रस्तुति होगी।
आज देविका राजारामन करेंगी भरतनाट्यम
31 जनवरी को अपने भरतनाट्यम से नर्मदा जयंती पर भारतीय शास्त्रीय एवं लोकनृत्य संध्या की शुरुआत करने वाली देविका राजारामन दिल्ली की प्रसिद्ध गुरु एवं पद्मश्री से सम्मानित डॉ. गीता चंद्रन की शिष्या है। देविका ने भरतनाट्यम की शिक्षा 7 वर्ष की आयु से पद्मभूषण गुरु डॉक्टर सरोजा वैद्यनाथन के नेतृत्व में प्रारंभ की। शास्त्र से बीटेक में डिग्री करने के बाद देविका ने केमिकल इंजीनियरिंग में मास्टर्स की डिग्री यूएसए में स्थित न्यू मैक्सिको स्टेट यूनिवर्सिटी से हासिल की। देविका अरांगेदराम के बाद कई बड़े एवं प्रसिद्ध उत्सवों में भी नृत्य की प्रस्तुति की है, जैसे ताज महोत्सव, कहक महोत्सव, पुराना किला डांस फेस्टिवल और अंजली डांस फेस्टिवल।
1 फरवरी को होगी नर्मदा सूत्र की विशेष प्रस्तुति
1 फरवरी को अल्पना शुक्ल एवं समूह द्वारा कथक नृत्य द्वारा नर्मदा सूत्र की विशेष प्रस्तुति की जाएगी। अल्पना शुक्ल देश और रायगढ़ घराना कथक की पहली पंक्ति की नृत्यांगना और नृत्य संरचनाकार है। खजुराहो नृत्य समारोह, मद्रास म्यूजिक फ़ेस्टिवल समेत देश के लगभग सभी महत्वपूर्ण नृत्य समारोहों में शिरकत कर चुकी है। अल्पना फ्रांस, रूस आदि कई देशों में प्रदर्शन कर चुकी है। इस नर्मदा जयन्ती पर अल्पना और उनकी शिष्याएँ विशेष रूप से नृत्य संरचना शिव पंचाक्षर और नर्मदाष्टक प्रस्तुत करेंगी।
शलाका राय व शोभा बिष्ट देंगी ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति
2 फरवरी को शलाका राय व शोभा बिष्ट द्वारा ओडीसी नृत्य की प्रस्तुत किया जायेगा। शलाका राय गुरु पद्मश्री माधवी मुद्गल की शिष्या है। अपनी गुरु के साथ शलाका राय ने देश-विदेश का दौरा किया है, जिसमें यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका, फ्रांस, यूनाइटेड किंग्डम, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, बेल्जियम, जर्मनी आदि देश शामिल है। कई नृत्य समारोह में वो सोलो और ग्रुप प्रस्तुति वह दे चुकी है। अभी शलाका राय गंधर्व महाविद्यालय, नई दिल्ली में ओडिसी नृत्य की शिक्षा दे रही है। शोभा बिष्ट पद्मश्री गुरु माधवी मुद्गल की वरिष्ठ शिष्य है और 18 साल से गंधर्व महाविद्यालय, नई दिल्ली में ओडिसी नृत्य की शिक्षा दे रही हैं। शोभा अपनी गुरु के साथ देश-विदेश जिसमें फ्रांस, यूनाइटेड स्टेट्स, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम आदि में कई प्रस्तुतियां दे चुकी है।